जामा मस्जिद की दक्षिणी मीनार से जो पत्थर टूटकर गिरे वो लगभग एक से दो मीटर लंबे थे और उनकी चौड़ाई 2.5 से 3 इंच थी. जामा मस्जिद के इमाम के अनुसार मस्जिद के कुछ हिस्सों में मरम्मत की जरुरत है.

 

दिल्ली में शुक्रवार को आई आंधी और तूफान के चलते जामा मस्जिद के अंदर के कुछ हिस्सों को नुकसान पहुंचा है. मस्जिद की दक्षिणी मीनार से चार से पांच पत्थर टूटकर नीचे गिर गए जिस से फर्श को भी नुकसान पहुंचा है. हालांकि इस हादसे में किसी भी व्यक्ति के घायल होने की खबर नहीं है. जामा मस्जिद के इमाम सैयद अहमद बुखारी के अनुसार मस्जिद के कुछ हिस्सों में मरम्मत की जरुरत है. साथ ही उन्होंने कहा कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर उनसे आग्रह करेंगे कि वो भारतीय पुरातत्व विभाग (ASI) को यहां का सर्वे कर मस्जिद की मरम्मत का निर्देश दें. जिस से कि आगे इस तरह की कोई घटना ना हो.

 

मस्जिद की दक्षिणी मीनार से जो पत्थर टूटकर गिरे वो लगभग एक से दो मीटर लंबे थे और उनकी चौड़ाई 2.5 से 3 इंच थी. इमाम सैयद अहमद बुखारी ने बताया, “मीनार से चार से पांच पत्थर टूटकर गिरे हैं. पिछले साल भी भूकंप के झटकों के दौरान मस्जिद के तीन नंबर गेट के पास एक छोटी मीनार टूटकर गिर गयी थी. अब तक भी उस मीनार की मरम्मत नहीं की गयी है.”

 

मरम्मत के लिए प्रधानमंत्री को लिखेंगे पत्र

 

इमाम सैयद अहमद बुखारी ने कहा कि वो मस्जिद की मरम्मत के लिए प्रधानमंत्री को पत्र लिखेंगे. उनसे आग्रह करेंगे कि वो ASI को निर्देश दे कि वो मस्जिद का अच्छे से सर्वे कर इसकी मरम्मत सुनिश्चित करें. जिस से कि इस समस्या का स्थायी समाधान मिल सकें और भविष्य में इस तरह की कोई घटना ना हो. उन्होंने कहा, “जामा मस्जिद को बने हुए जल्द ही 400 साल पूरे होने वाले हैं. इस तरह से मीनार के पत्थरों के टूटकर गिरने से इसकी बुनियाद कमजोर हो सकती है. जिस से आगे इस के आस पास के दूसरे पत्थर भी टूटकर गिर सकते हैं.”

 

साथ ही उन्होंने कहा, “इसके जीर्ण शीर्ण हिस्सों की मरम्मत के अलावा हमें इसको दुरुस्त रखने का एक स्थायी समाधान चाहिये. मैं जल्द ही इन दोनों मीनारों को दोबारा तैयार करने के लिए प्रधानमंत्री को पत्र लिखूंगा.”

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