आईपीएल पर कोरोना संकट

इंडियन प्रीमियर लीग यानी आइपीएल के 14वें सीजन का आयोजन भारत में कोरोना वायरस महामारी के बीच हो रहा है हलाकि इसपर कोरोना के कारन बहुत से अटकले लग रही है । बायो-बबल (खिलाड़ियों के लिए कोरोना से सुरक्षित माहौल) में इसका आयोजन हो रहा है। हालांकि, शुरुआत में कुछ मामले सामने आए थे, लेकिन टूर्नामेंट पर इसका असर नहीं पड़ा था, लेकिन अब आइपीएल 2021 पर कोरोना का साया मंडरा रहा है, क्योंकि आइपीएल के इस सीजन के 30वें मैच को स्थगित कर दिया गया है।

खिलाड़ी पाए गए कोरोना संक्रमित

3 मई को कोलकाता नाइट राइडर्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में होना था, लेकिन कोविड 19 क्राइसिस के कारण इस मुकाबले को कैंसिल कर दिया गया। वही चेन्नई सुपर किंग्स के ३ सदस्य कोरोना पॉजिटिव निकले। इसी बीच आईपीएल को फिर से दुबई में खेलने की बात की गयी पर bcci इस बात पर नहीं मानी। देश में लगातार कोरोना के बढ़ते केस के बाद भी आईपीएल को कैंसिल नहीं किया गया. जबकि कई लोग इसकी मांग कर रहे थे. लेकिन टी20 लीग को कैंसिल करने से पहले उसकी इकोनॉमी को समझना पड़ेगा. टेलीग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ल्ड क्रिकेट की इकोनॉमी लगभग 15 हजार करोड़ रुपए की है. इसमें 33 फीसदी आईपीएल से आता है. यानी सिर्फ आईपीएल से वर्ल्ड क्रिकेट को 5 हजार करोड़ रुपए मिलते हैं. इस कारण बीसीसीआई को टी20 लीग के आयोजन के दौरान दुनिया के अन्य बोर्ड का भी सहयोग मिल रहा है.

BCCI के खिलाफ PIL दर्ज

वही एक PIL कर्ता ने बॉम्बे हाई कोर्ट में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के खिलाफ एक याचिका दायर की जिसमे CVID19 स्थिति के कारण IPL 2021 को रद्द करने या स्थगित करने के लिए अपील की गयी है याचिकाकर्ता का कहना है कि IPL खिलाड़ियों के लिए तैनात संसाधनों का उपयोग COVID19 रोगियों के लिए किया जा सकता है। अब BCCI बड़ी दुविधा में आ चुकी है एक तरफ जहाँ खिलाड़ीयोन को कोविद महामारी से खतरा है वही दूसरी तरफ इन मैचों में उतरने वाले खिलाड़ियों, कोच, स्टाफ और इससे जुड़े लोगों को पैसे दिए जाने हैं. ऐसे में यदि टी20 लीग कैंसिल होती है तो बोर्ड की कमाई का असर नीचे तक आएगा.

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