दिल्ली  ने सीएनजी लीकेज की समस्या से परेशान दिल्ली के ग्रामीण सेवा मालिकों को नए साल में बड़ी राहत दी है। नए आदेश के मुताबिक, अब उन्हें सीएनजी लीकेज की जांच के लिए भटकना नहीं पड़ेगा बल्कि दिल्ली परिवहन निगम  के सभी 12 सीएनजी लीकेज जांच सेंटर में ग्रामीण सेवा वाहनों की जांच कि जाएगी। इस जांच के लिए डीटीसी उनसे सामान्य शुल्क ही वसूल करेगा, जो वर्तमान में बसों से लिया जा रहा है। इस संबंध में दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत  ने ट्वीट कर कहा कि इस समस्या का समाधान करने हेतु डीटीसी के सभी 12 सीएनजी लीकेज जांच केंद्रों में ग्रामीण सेवा गाड़ियों को भी निर्धारित दरों पर सीएनजी लीकेज जांच कराने की अनुमति देने के विभाग को निर्देश दिए गए हैं। 29 दिसंबर को दिल्ली परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत की अध्यक्षता में एक बैठक कि गयी  थी। इस बैठक में ग्रामीण सेवा चालकों की समस्या की बात हुइ। मंत्री को अवगत कराया गया था कि दिल्ली में करीब 6500 ग्रामीण सेवा पंजीकृत हैं, जिनमें से 4000 सड़कों पर उतरती हैं। इन वाहनों की जांच के लिए दिल्ली में पर्याप्त सीएनजी जांच सेंटर नहीं हैं।

राजधानी दिल्ली से यमुना विहार और सिरसपुर में केवल एक ही सीएनजी जांच सेंटर है। ऐसे में दिल्ली के ग्रामीण सेवा चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। इस दौरान ग्रामीण सेवा चालक चंदू चौरसिया ने बताया कि जो ग्रामीण सेवा 10 सालों से सड़क पर चल रही है, उसे बदलने की अनुमति मिलनी चाहिए, लेकिन परिवहन विभाग इसकी अनुमति नहीं देता है।

 

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