DTU में पारंपरिक वार्षिक परीक्षा के आधार पर pass या fail होने की योजना हुई खत्म

देशभर में कोविड-19 के चलते सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं जिस कारण स्कूल और विश्वविद्यालयों की वार्षिक परीक्षा और शैक्षणिक सत्र तीन से चार महीने की देरी से चल रहे हैं। ऐसे में DTU ने पारंपरिक वार्षिक परीक्षा के आधार पर pass या fail होने की योजना खत्म की हैं। अब DTU के छात्रों को साल भर के प्रोजेक्ट वर्क के मूल्यांकन से डिग्री मिलेगी। इसी के साथ ही देश में समय से शैक्षणिक सत्र पूरा करके डिग्री देने वाला DTU पहला विश्वविद्यालय बन गया है।

प्रोजेक्ट वर्क से मिलेगी 80 फीसदी मूल्यांकन

अब DTU के छात्रों को साल भर चलने वाले वाले प्रोजेक्ट वर्क, रिसर्च, इनोवेशन आदि के माध्यम से 80 फीसदी का मूल्यांकन मिलेगा। छात्रों के फाइनल डिग्री में अंक या ग्रेड इसी के आधार पर दिए जायेगा। इसके अलावा केवल 20 फीसदी के प्रश्न फाइनल परीक्षा में पूछे जाएंगे।

 

 

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