दिल्ली में सोमवार को दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शहर के हर घर में स्वच्छ पेयजल के परियोजनाओं में तेजी लाने का निर्देश दिया। इस परियोजनाओं के लिए मुख्यमंत्री ने दिल्ली जल बोर्ड, दिल्ली राज्य औद्योगिक और बुनियादी ढांचा विकास निगम के अधिकारियों के साथ एक बैठक बुलाई। बैठक में कहा गया कि प्रति दिन 25 मिलियन गैलन उपचारित पानी को रिठाला सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से औचंदी नहर की ओर भेजा जाएगा, बदले में हरियाणा को मिलने वाले साफ पानी की उतनी ही राशि दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने अन्य राज्यों और ऊपरी यमुना नदी बोर्ड (UYRB) के साथ बातचीत में तेजी लाने के निर्देश दिए। दिल्ली मुख्य रूप से पानी की आपूर्ति के लिए पड़ोसी राज्य हरियाणा और उत्तर प्रदेश पर निर्भर है। इस स्थिति के कारण पानी के बंटवारे को लेकर टकराव हुआ है। झीलों और जल निकायों के माध्यम से भूजल पुनर्भरण की विभिन्न परियोजनाओं की भी समीक्षा की गई। 13 कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट्स (CETPs) भी एजेंडे में थे, जो ज्यादातर औद्योगिक कचरे को पानी में छोड़े जाने से संबंधित हैं। DSIIDC अधिकारियों ने बताया कि विभाग CETP के आउटलेट के पानी को RO इकाइयों द्वारा पीने के पानी में परिवर्तित करने की योजना पर काम कर रहा है। इस आरओ पानी को अपनी इकाइयों को चलाने के लिए उद्योगों को वापस आपूर्ति की जाएगी। इससे डीजेबी पर पानी की मांग कम होगी।