दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देख, जनवरी से अप्रैल के बीच Sar-CoV-2 के खिलाफ एंटीबॉडी के जनसंख्या-स्तर के प्रसार में परिवर्तन का निर्धारण करने के लिए दिल्ली सरकार आज से छठे दौर की सीरोलॉजिकल निगरानी के लिए ब्लड सैंपल एकत्र करना शुरू करेगी। दिल्ली में 11 से 21 जनवरी के बीच हुए निगरानी के अंतिम दौर में 56% से अधिक निवासी वायरस के संपर्क में थे।

दिल्ली में 11 अप्रैल को एक दिन में कोरोना के 10,774 मामले सामने आए हैं। sero-survey के मौजूदा दौर में दिल्ली के 272 नगरपालिका वार्डों में से प्रत्येक में 100 से अधिक ब्लड सैंपल देखे जाएंगे, जिनकी कुल संख्या 28,000 है। सभी प्रतिभागियों से मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज के शोधकर्ता टीकाकरण का इतिहास भी लेंगे।

वर्तमान सीरोलॉजिकल सर्वेक्षण गुणात्मक परीक्षणों का उपयोग करता यह बताता हैं कि किसी व्यक्ति के पास Sars-CoV-2 वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी हैं जो कोविद -19 का कारण बनता है या नहीं। हालांकि, यह एंटीबॉडी के स्तर या इसके प्रभाव को बेअसर करने का पता नहीं लगाता है।

 

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