बिना ‘प्रदूषण सर्टिफिकेट’ के पेट्रोल पंप पहुंचे, तो कट सकता है 10,000 रुपए का चालान।

अगर आप भी दिल्ली में जा रहें हैं पेट्रोल पंप पर पेट्रोल भरवाने और अगर नहीं है आपके पास प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र तो हो जाइए सावधान। जी हां, क्योंकि ट्रांसपोर्ट विभाग की प्रवर्तन टीम लगातार दिल्ली के पेट्रोल पंपो पर चला रही है जांच अभियान।

 

दिल्ली में बगैर प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र (पीयूसीसी) के वाहनों पर काफी सख्ती दिखाई जा रही है और अब इसइसका असर भी दिखने लगा है। विभाग की प्रवर्तन टीमों की ओर से सात अक्टूबर से परिवहन आयुक्त के निर्देश पर बगैर पीयूसी प्रमाणपत्र वालों के खिलाफ चालान काटने का अभियान शुरू किया है। जिसके बाद पेट्रोल पंप पर भी टीम को स्थापित कर पेट्रोल पंप पर आने वाले वाहनों की पीयूसीसी की जांच की जा रही है और पीयूसीसी ना रहने पर 10 हजार तक का चालान काट जा रहा है।

इसी सिलसिले में दिल्ली ट्रांसपोर्ट विभाग के डिप्टी कमिश्नर अनुज भारती ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस अभियान का मकसद लोगों में प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र को लेकर जागरूकता फैलाना है। उन्होंने कहा कि ठंड के मौसम में गाड़ियों द्वारा होने वाला पॉल्युशन लेवल काफी बढ़ जाता है। ऐसे में इस अभियान के द्वारा पॉल्युशन कंट्रोल करने की कवायद की जा रही है। साथ ही लोगों तक यह संदेश भेजा जा रहा है कि पॉल्युशन को लेकर प्रशासन सजग है।

 

मालूम हो कि परिवहन विभाग के अनुसार दिल्ली में 18 लाख वाहनों के पास पीयूसी प्रमाणपत्र नहीं हैं। इसमें से 13 लाख वाहन मालिकों को जागरूक करने के लिए नोटिस भेजे गए हैं। वहीं चालान काटने का अभियान भी सात अक्टूबर से शुरू किया गया है।

कुछ तो अभी भी कर रहा हूँ आप लोगो के लिये ख़ैर आप email पर लिख भेजिए मुझे [email protected] पर

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