दिल्ली सरकार झरोदा कलां में अपना 14वां क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (अथारिटी) शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार है। यह दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के बड़े हिस्से को सेवा देगा। नए आरटीओ में अत्याधुनिक आटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक भी होगा, जो दिल्ली का दसवां ट्रैक होगा।

 

नए आरटीओ को मुख्य रूप से द्वारका और जनकपुरी आरटीओ के अधिकार क्षेत्र में आने वाले क्षेत्रों से जोड़ कर बनाया गया है। द्वारका और जनकपुरी में आरटीओ परिवहन विभाग के सबसे व्यस्त क्षेत्रीय कार्यालयों में से हैं। यहां परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने के लिए आवेदकों को ड्राइविंग टेस्ट के लिए स्लॉट पाने के लिए लंबी अवधि तक इंतजार करना पड़ता है।

 

नया परिवहन कार्यालय नजफगढ़ के पास बाहरी दिल्ली के क्षेत्र की जरूरतों को पूरा करेगा। इसका उद्घाटन जल्द होने की उम्मीद है। एक अधिकारी ने कहा कि शहर के इस हिस्से के निवासियों को ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए या तो द्वारका या जनकपुरी जाना पड़ता था। यहां एक अलग आरटीओ की मांग लंबे समय से लंबित थी।

अधिकारियों ने कहा कि झरोदा कलां में बुनियादी ढांचा अत्याधुनिक है। हालांकि, महामारी और पर्याप्त संख्या में प्रशिक्षित कर्मचारियों की कमी ने उद्घाटन में देरी की है। झरोदा कलां में आटोमेटेड टेस्ट ट्रैक के खुलने और दिल्ली के लाडो सराय और हरि नगर में टेस्ट ट्रैक का काम पूरा होने पर अगले साल तक कुल 12 आटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक दिल्ली में हो जाएंगे।

 

दिल्ली में लाइसेंस के टेस्ट के लिए सख्ती

 

वहीं, दिल्ली में टेस्ट में दो या तीन बार फेल हो जाने के बार लोग पड़ोसी राज्यों की ओर रुख कर रहे हैं। परिवहन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी कहते हैं कि यह बात सही है कि दो या तीन बार फेल हो जाने के बाद कई लोग फिर से टेस्ट के लिए नहीं आते हैं। यह बात उनकी जानकारी में आई है। वह कहते हैं कि अगर वे लोग वाहन चला रहे हैं तो लाइसेंस तो बनवा ही रहे होंगे। दिल्ली से नहीं बन पा रहा है तो कहीं और से बनवा रहे होंगे।

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