दिल्ली में प्रदूषण कम करने के लिए हो सकते हैं ये चीजें जल्द लागू.

 

आपात मामलों को छोड़कर डीजल के जेनरेटर सेट भी बंद किए जा सकते हैं।

पार्किंग शुल्क तीन-चार गुना बढ़ाया जा सकता है, ताकि वाहनों पर रोक लगे।

मेट्रो और बस सेवाओं जैसे सार्वजनिक परिवहन को बढ़ाना होगा। कूड़ा जलाने पर रोक है।

सोमवार को पराली जलाने का प्रदूषण पर करीब 10 प्रतिशत असर था। सड़क पर धूल प्रदूषण का मुख्य कारण है। इसके लिए सड़कों पर छिड़काव किया जाता है।

 

प्रदूषण की गंभीर स्थिति होने पर ग्रेडेड रिस्पांस सिस्टम लागू किया जाता है। स्थिति ज्यादा खराब होने पर तीन उपाय हो सकते हैं, जो अभी नहीं किए गए हैं।

  1. पहला, दिल्ली सरकार आड-इवेन योजना लागू कर सकती है।
  2. दूसरा, दिल्ली में ट्रकों का प्रवेश रोक दिया जाए।
  3. तीसरा, प्रदूषण की स्थिति बहुत गंभीर होने पर ही लाकडाउन लगाया जाए।

 

 

वैज्ञानिक अध्ययन के मुताबिक 75 प्रतिशत प्रदूषण उद्योगों, ट्रांसपोर्ट और धूल के कारण है। इसका मतलब है कि बड़ा कारण पराली जलाना नहीं है। प्रदूषण के इन तीन कारणों को कम किया जाना चाहिए। 

 

  • ‘ कोर्ट ने केंद्र और एनसीआर के राज्यों को दिया वर्क फ्राम होम लागू करने पर विचार करने का निर्देश
  • ’ हरियाणा व पंजाब सरकार से कहा, किसानों को कम से कम दो हफ्ते पराली नहीं जलाने के लिए समझाएं
  • ’ केंद्र ने कहा-प्रदूषण में पराली की भूमिका बेहद सीमित, इस पर कोर्ट ने कहा-फिर इस पर हायतौबा की जरूरत नहीं
  • ’ दिल्ली सरकार बोली, प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए लाकडाउन लागू करने को तैयार

 

Lockdown in Delhi: CM Arvind Kejriwal may make BIG announcement on  extension today

अब सबकुछ सामने है। प्रदूषण में किसानों के पराली जलाने का योगदान चार प्रतिशत है.. इसलिए हम किसी ऐसी चीज को निशाना बना रहे हैं, जो पूरी तरह महत्वहीन है।

– सुप्रीम कोर्ट

कुछ तो अभी भी कर रहा हूँ आप लोगो के लिये ख़ैर आप email पर लिख भेजिए मुझे [email protected] पर

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