दीवाली के बाद बिगड़ी वायु प्रदूषण की स्थिति में एक महीने बाद सुधार नहीं है।

ऐसे में दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण को सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट लगातार अपनी नाराजगी जता रहा है। बृहस्पतिवार को सुनवाई के दौरान सख्त टिप्पणी के बाद दिल्ली सरकार ने शुक्रवार से अगले आदेश तक स्कूलों को बंद कर दिया है। वहीं, आड-इवेन को लेकर गोपाल राय ने कहा कि सरकारी दफ्तरों के लिए विशेष बसों की सुविधा शुरू की हुई है ताकि लोग निजी गाड़ियां ना निकालें। मेट्रो-बसों की जितनी क्षमता है उतनी बढ़ाई जा चुकी है। कोरोना के दौरान बस-मेट्रो में खड़े होकर सफर करने की अनुमति नहीं थी। अब खड़े होकर भी सफर करने की अनुमति है। हमारी कोशिश है कि हम अपने हिस्से का प्रदूषण कम करें। आड-इवेन को लेकर अभी कोई भी निर्णय नहीं लिया गया है।

गौरतलब है कि दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ने और सुप्रीम कोर्ट के सवाल उठाने के बाद केजरीवाल सरकार ने एक बार फिर स्कूल-कालेज, को¨चग संस्थान समेत सभी प्रशिक्षण संस्थान अगले आदेश तक बंद करने का निर्णय लिया है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि सरकार प्रदूषण स्तर की क्लोज मानिट¨रग भी कर रही है। धूल- वाहन प्रदूषण को लेकर सरकार दो महीने से अभियान चला रही है। निर्माण-विध्वंस कार्य बंद हैं। दूसरे राज्यों से आने वाले ट्रकों का प्रवेश भी बंद है।

 

वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग से दिल्ली सरकार को कोई निर्देश आएगा तो उसे भी लागू किया जाएगा।

उन्होंने लोगों से अपील की कि निजी वाहनों को छोड़कर ज्यादा से ज्यादा सार्वजनिक वाहनों से सफर करें।गोपाल राय ने बृहस्पतिवार को पत्रकार वार्ता कर कहा कि दिल्ली में लंबे समय से स्कूल बंद थे। ऐसी संभावना दिख रही थी कि प्रदूषण के स्तर में सुधार होगा। इसी को देखते हुए ही स्कूल खोलने का निर्णय लिया गया था। लेकिन जो हालत दिख रहे हैं उसमें प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। सरकार इसे लेकर लगातार मानिट¨रग कर रही है।

कुछ तो अभी भी कर रहा हूँ आप लोगो के लिये ख़ैर आप email पर लिख भेजिए मुझे [email protected] पर

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