दिल्ली मेट्रो में सफर करने वाले लाखों यात्रियों को एक बार फिर से बड़ी राहत मिल गई है, जिससे ट्रेनों में यात्रियों की संख्या बढ़ गई है। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (Delhi Metro Rail Corporation) ने बड़ी राहत देते हुए डेढ़ साल बाद यात्रियों की सुविधा के लिए मेट्रो स्टेशनों पर अतिरिक्त गेट खोले गए हैं, ताकि स्टेशनों के बाहर यात्रियों की लंबी कतार नहीं लगने पाए। मौजूदा समय में मेट्रो स्टेशनों पर 61.69 फीसद गेट खुल गए हैं। फिर भी अभी करीब 92 स्टेशन ऐसे हैं जहां एक गेट ही खुला रहता है। इस वजह से यात्रियों की परेशानी बरकरार है।

 

गौरतलब है कि कि कोरोना वायरल संक्रमण की दूसरी लहर में मार्च, 2020 से दिल्ली मेट्रो यात्रियों को दिक्कत आनी शुरू हो गई थी। कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे और प्रभाव को देखते हुए इस दौरान 48 दिन मेट्रो का परिचालन भी बंद रहा था। दिल्ली में एक साल के दौरान दो चरणों में मेट्रो में यात्रियों को दिक्कत पेश आई। कोरोना का संक्रमण कम होने पर सख्त नियमों के साथ सात जून से परिचालन शुरू हुआ। तब मेट्रो में शारीरिक दूरी के नियम के पालन के लिए एक सीट छोड़कर बैठने की व्यवस्था थी। लिहाजा, दिल्ली मेट्रो के कुल 253 मेट्रो स्टेशनों पर 257 गेट ही खोले गए थे। इस लिहाजा से हर स्टेशन पर करीब एक गेट खुला रखा जा रहा था। इस वजह से मेट्रो स्टेशनों के बाहर यात्रियों की लंबी लाइनें लगती थीं। जुलाई के अंत तक 332 गेट खोल दिए गए थे। अभी बैठने की पूरी क्षमता के साथ मेट्रो के परिचालन का प्रविधान है। हालांकि, मेट्रो में अब खड़े होकर भी यात्री सफर करते हैं और सुबह शाम मेट्रो में भीड़ भी होने लगी है।

 

दिल्ली मेट्रो रेल निगम के अनुसार अब स्टेशनों पर 414 गेट खोल दिए गए हैं, लेकिन डीएमआरसी की वेबसाइट पर 274 गेट ही खुले होने की जानकारी दी गई है। यात्री सफर से पहले डीएमआरसी की वेबसाइट पर देख कर यात्रा प्लान कर सकते हैं कि किस स्टेशन पर कितने नंबर का गेट खुला है। ताकि स्टेशन पर पहुंचने के बाद यात्रियों को गेट तलाश करने में परेशानी का सामना न करना पड़े। लेकिन हाल के दिनों में खोले गए अतिरिक्त गेट की जानकारी वेबसाइट पर उपलब्ध नहीं कराई गई है।कोरोना का संक्रमण शुरू होने से पहले मेट्रो में प्रतिदिन करीब 30 लाख यात्री 60 लाख यात्राएं करते थे। दूसरी लहर में मेट्रो का परिचालन बंद होने से पहले मेट्रो में प्रतिदिन करीब 10 लाख यात्री 20 लाख यात्राएं करते थे।

 

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गौरतलब है कि पिछले माह सितंबर में मेट्रो में करीब 15 लाख यात्रियों ने 28 लाख यात्राएं की। इस लिहाजा से यात्रियों की संख्या करीब डेढ़ गुना बढ़ी है। येलो लाइन पर सुबह डेढ़ घंटा देर से सामान्य हुआ परिचालन येलो लाइन (समयपुर बादली-हुडा सिटी सेंटर) पर माडल टाउन से विश्वविद्यालय के बीच मेट्रो ट्रैक का मरम्मत कार्य होना था। इस वजह से माडल टाउन से विश्वविद्यालय स्टेशन के बीच सुबह 7:30 बजे तक परिचालन प्रभावित रहा। इसका असर पूरे येलो लाइन पर पड़ा। लिहाजा येलो लाइन पर सुबह डेढ़ घंटे की देर से परिचालन सामान्य हुआ।

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