दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले उत्कृष्ट बच्चों की जरूरतों को पूरा करने के लिए दिल्ली सरकार स्कूल आफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस की शुरुआत करने जा रही है। ये स्कूल अलग अलग विषयों जैसे विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, गणित , प्रदर्शन और दृश्य कला आदि जैसे क्षेत्रों में प्रतिभाशाली छात्रों की प्रतिभाओं को और विकसित करने में मदद करेगा।

इन विद्यालयों का सेलेवक्शन विद्यार्थी अपनी पसंद के हिसाब से करेंगे,जहां उन्हें 9वीं से 12वीं तक की शिक्षा दी जाएगी। ये माडल राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के शिक्षा माडल के अंतिम चार वर्षो पर निर्धारित होगा। वही उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि हम स्पेशलाइजेशन के युग में जी रहे हैं और हमारे बच्चों को ऐसे अवसरों की जरूरत है जो भविष्य की चुनौतियों के लिए उन्हें तैयार कर सके।

उन्होंने कहा हर बच्चा खुद में अनूठा और प्रतिभाशाली है और हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि उन्हें अपने जीवन में उच्च सफलता प्राप्त करने का अवसर और मार्गदर्शन मिले। इस दिशा में स्कूल आफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस हमारे बच्चों को उनकी प्रतिभा का विकास करने में मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के सभी स्कूलों को अपग्रेड कर उन्हें मौजूदा आरपीवीवी के स्तर पर लाया जाएगा और नए स्कूल आफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस में बच्चों की रुचि के मुताबिक प्रशिक्षण दिया जाएगा।

Leave a comment