देश की जनता कोरोना को जाता समझ रही थी, लेकिन अब बढ़ते मामलों ने देश की चिंता बढ़ा दी है. अब हालात फिर से पिछले साल जैसे ही होते जा रहे हैं. देश के कई राज्यों मैं कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रहे है , जिनमे महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा ,मध्य प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक और तमिलनाडु में कल 85 फीसदी मामले दर्ज किए गए हैं. हालाकी कई राज्य सरकारे सख्ती बढ़ा रही है लेहिं चिंता का विषय यह है की इन सभी राज्यों आवाजाही पहले की तरह जारी है जिसकी वजह से कोरोना का डर और बना हुआ है।

कल देश में कोरोना के 22 हजार 854 नए मामले दर्ज किए गए थे. जिसमे खास बात यह है कि इन मामलों में 85 फीसदी मामले महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक और तमिलनाडु में दर्ज किए गए हैं. वही दिल्ली में कोरोना के 409 नए केस आए जो कि दो महीने में एक दिन का सबसे बड़ा आंकड़ा है.

अब दिल्ली में कोरोना के कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 6 लाख 42 हजार 439 पहुंच गई है। गुरुवार को 286 मरीज ठीक हुए और अबतक कुल 6 लाख 29 हजार 485 मरीज ठीक हो चुके हैं। गुरुवार को कोरोना की वजह से 3 और मरीजों की जान चली गई और अब तक इससे 10 हजार 934 मरीजों की मौत हो चुकी है। दिल्‍ली के अलावा पड़ोसी पंजाब और हरियाणा में केसेज बढ़ रहे हैं। पंजाब में 24 घंटे में 1700 से ज्यादा केस आने पर 6 जिलों नवांशहर, जालंधर, होशियारपुर, कपूरथला, पटियाला और लुधियाना में नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है. तो वही महाराष्ट्र में बुधवार को कोरोना के 13 हजार 659 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जो कि पांच महीने में सबसे ज्यादा कुल मामले है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना का इस कदर वापस लौटने का ज़िम्मेदार , लोगो की लापरवाही , ठीक से मास्क न पहनने , भीड़भाड़ वाले इलाके में प्रवेश और टेस्टिंग की कमी को बताया है। हलाकि महाराष्ट्र के कुछ इलाके में सख्ती की जा रही है पर इसका असर तब तक नहीं हटेगा जब तक लोग इसकी जिम्मेदारी खुद भी नहीं लेते।

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