किसान बिल के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर बैठे किसान आंदोलन को आज 100 दिन पूरे हो गए हैं। सरकार और किसानों के बीच अभी तक भी मध्यस्थता कोई रास्ता दिखता नजर नहीं आ रहा है। किसान जिद्द पर अढ़े हैं मगर केंद्र सरकार अभी तक भी पिघलती नजर नहीं आ रही है। जिसके चलते आज किसान सुबह 11 बजे से 4 बजे तक केएमपी मार्ग पर जाम लगाएंगे।

बता दें कि कृषि बिल में तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान बीते साल 26 नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर बैठे हैं। इस आंदोलन में पंजाब, हरियाणा और उत्तरप्रदेश के किसान शामिल हैं। इस आंदोलन को खत्म करने की केंद्र सरकार ने बहुत कोशिशें कि मगर हर बार इस आंदोलन की आवाज और पुख्ता होती हुई नजर आ रही है। कुछ दिनों पहले दिल्ली की कढ़कढ़ाती ठंड झेलने के बाद अब दिल्ली की गर्मी को झेलने के लिए भी किसानों ने तैयारी शुरू कर दी है।

सरकार ने सिंघु, टीकरी और गाजीपुर बाॅर्डर में पहले ही बैरिकैडिंग और कंटीले तार लगाए हैं। ताकि 26 जनवरी के दिन उग्र हुए किसान आंदोलन की स्थिति फिर ना पनप सके। इस बीच सरकार और किसानों के बीच वार्ता के कई दौर भी चलें हैं मगर ये सभी बेनतीजा रही।

जानकारी के मुताबिक इस आंदोलन के दो दिन गुजरने के बाद यह देश के इतिहास का सबसे बड़ा आंदोलन बन जाएगा। इससे पहले नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ शाहीन बाग में 101 दिन लंबा आंदोलन चला था।

 

 

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