मौसम विभाग ने रविवार को बारिश के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण दिल्ली के कई इलाकों में तेज हवा के साथ बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने बताया कि रविवार को दिन में बादल छाए रहेंगे। 30 से 40 किलोमीटर की रफ्तार से तेज हवा चल सकती है और कई इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है। अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। 25 अक्टूबर को आकाश साफ हो जाएगा। इसके बाद ठंड बढ़ेगा। 27 अक्टूबर को न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस पहुंच सकता है। हालांकि, एक सप्ताह तक अधिकतम तापमान 30 से 31 डिग्री सेल्सियस के आसपास बने रहने का अनुमान है।

मौसम विभाग ने शनिवार को भी हल्की बारिश होने का पूर्वानुमान जारी किया था लेकिन बारिश नहीं हुई। पिछले दिन के मुकाबले अधिकतम तापमान में थोड़ी गिरावट हुई।

इस वजह से अधिकतम तापमान 32.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस अधिक है। न्यूनतम तापमान 18.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस अधिक है। एक दिन पहले अधिकतम तापमान 33.4 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 17.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम विभाग के अनुसार आकाश में बादल छाए रहेंगे।

दिल्ली में मध्यम श्रेणी में हवा की गुणवत्ता

दिल्ली एनसीआर में शनिवार को हवा की गुणवत्ता कहीं मध्यम तो कहीं खराब श्रेणी में रही। सफर इंडिया के अनुसार दिल्ली के आसपास के राज्यों में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ी हैं लेकिन हवा की दिशा विपरीत होने से धुआं दिल्ली नहीं पहुंच पाया। इस वजह से प्रदूषण में धुएं का खास असर नहीं हो पाया। स्थानीय स्तर पर वातावरण में धूल अधिक होने के कारण दिल्ली, फरीदाबाद, गुरुग्राम व नोएड़ा में हवा की गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में रही। वहीं गाजियाबाद व ग्रेटर नोएडा में हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में दर्ज की गई।

तीन दिन तक हवा की गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में रहने का अनुमान

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार दिल्ली के एयर इंडेक्स में आंशिक बढ़ोतरी हुई है। इस वह से दिल्ली का एयर इंडेक्स 173 दर्ज किया गया, जो मध्यम श्रेणी में है। एक दिन पहले एयर इंडेक्स 170 था। सफर इंडिया के अनुसार स्थानीय स्तर पर वातावरण शुष्क होने और धूलकण के कारण हवा की गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में रही।

राजस्थान के मरुस्थल की तरफ से भी धूल भरी हल्की हवा आ रही है। इस वजह से वातावरण में पीएम-10 की मात्रा 175 माइक्रो ग्राम प्रति घन मीटर है। पराली जलाने की 1572 घटनाएं हुई हैं लेकिन हवा की दिशा अनुकूल नहीं होने के कारण पराली का धुआं ज्यादा दिल्ली एनसीआर नहीं पहुंच पाया। इस वजह से प्रदूषण में धुएं की भूमिका तीन फीसद रही। अगले तीन तक हवा की गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में रहने की आशंका है। सीपीसीबी के अनुसार पंजाब में पराली जलाने की 1111 व हरियाणा में 140 घटनाएं सामने आई हैं।

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