दिल्ली की सड़कें फिर राष्ट्रमंडल खेलों के समय जैसी दिखेंगी। सड़कों के उन स्थानों पर फिर से स्ट्रीट फर्नीचर लगेगा, जहां से गायब हो चुका है। इसके तहत रोड साइनेज, बेंच, डस्टबिन व विज्ञापन लगाने वाले बोर्ड आदि लगाए जाएंगे। बने हुए सार्वनिक शौचालय बेहतर किए जाएंगे। पहले चरण में रिंग रोड पर आइटीओ से मूलचंद तक काम होगा। इसके बाद राष्ट्रमंडल खेल 2010 आयोजन वाले सभी स्थलों के आसपास के इलाकों में स्ट्रीट फर्नीचर लगाया जाएगा। इसके लिए दिल्ली पर्यटन एवं परिवहन विकास निगम (डीटीटीडीसी) ने टेंडर जारी किए हैं।

यह कार्य बीओटी (बिल्ट, आपरेट, ट्रांसफर ) आधार पर होगा। जिसके तहत जो एजेंसी स्ट्रीट फर्नीचर लगाएगी, वही एजेंसी इसका रखरखाव करेगी और विज्ञापन लगाकर अपना पैसा निकालेगी।

दिल्ली में डीटीटीडीसी के पास अपनी सड़कें नहीं हैं। ये सड़कें लोक निर्माण विभाग की हैं, मगर राष्ट्रमंडल खेल 2010 के समय इन सड़कों पर स्ट्रीट फर्नीचर लगाने का काम डीटीटीडीसी को मिला था, डीटीटीडीसी ने स्ट्रीट फर्नीचर लगाकर सड़कों को चमकाया था। उस समय डस्टबिन भी लगाए गए थे, स्टील की बेंच लगाई गई थीं, निश्चित दूरी पर पुलिस बूथ बनाए गए थे। सड़कों पर चारों ओर सभी कुछ व्यवस्थित दिखता था, मगर खेलों के बाद सड़कों पर लगा तमाम सामान चोरी हो गया। इसके तहत सार्वजनिक शौचालय भी बनाए गए थे। उस समय यह करार 15 साल के लिए हुआ था।

करार के अनुसार 15 साल पूरे होने पर इसे सात साल के लिए और बढ़ाया जा सकेगा। मगर यह तभी संभव हागा जब दोनों एजेंसियां यानी लोक निर्माण विभाग और डीटीटीडीसी दोनों ही राजी होंगे। वर्तमान में रिंग रोड पर कई जगह स्ट्रीट फर्नीचर खराब हो चुका है या गायब हो चुका है। इस कार्य को जो एजेंसी देख रही थी वह काम छोड़ गई है। जिसके चलते अब नई कंपनी को काम दिया जाएगा।

 

जानकारों का कहना है कि दिल्ली सरकार ने अब इन सड़कों को फिर से व्यवस्थित करने के निर्देश दिए हैं, सरकार चाहती है फिर से पहले की तरह सड़कों पर स्ट्रीट फर्नीचर लगाया जाए। उसके बाद से डीटीटीडीसी सक्रिय है।

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