अगर सब कुछ ठीकठाक रहा तो सोनीपत का कुंडली पूरे उत्तर भारत का इलेक्ट्रिकल सामानों, सूखे मेवा व मसालों की थोक बिक्री का केंद्र बनेगा। इसके साथ ही अन्य सामानों की बिक्री का थोक केंद्र भी बन सकता है, क्योंकि हरियाणा सरकार की पहल के बाद चांदनी चौक स्थित इलेक्ट्रिकल सामानों का थोक बाजार भागीरथ प्लेस व सूखे मेवे के थोक बाजार खारी बावली के कारोबारी संगठनों ने कुंडली में कारोबार विस्तार में दिलचस्पी दिखाई है। वैसे, पुरानी दिल्ली के थोक बाजारों को हरियाणा ले जाने की कोशिशें वर्ष 2015 में भी शुरू हुई थी, लेकिन तब यह सफल नहीं हुई थी। इस बार भागीरथ प्लेस के 500 से अधिक दुकानदारों ने कुंडली के नाम पर दिलचस्पी दिखाई है और फार्म भरे हैं। इसी तरह की कवायद खारी बावली में भी चल रही है। वहां भी व्यापारियों के बीच बैठकों का दौर तेज है। हालांकि, वहां के कुछ दुकानदार इसके विरोध में भी हैं।

 

हरियाणा भवन में मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिले थे व्यापारी :

कापरनिक्स मार्ग स्थित हरियाणा भवन में जुलाई के अंत में मुख्यमंत्री मनोहर लाल से दोनों बाजारों के कारोबारी मिले थे। बैठक में हरियाणा औद्योगिक एवं बुनियादी ढांचा विकास निगम (एचएसआइआइडीसी उच्चाधिकारियों की भी मौजूदगी रही। इस बैठक में कुंडली में दोनों ऐतिहासिक बाजार को 383 एकड़ जमीन देने पर सहमति बनी। बाद में भागीरथ प्लेस में दिल्ली इलेक्ट्रिकल ट्रेडर्स एसोसिएशन (डेटा) के कार्यालय में भी एचएसआइआइडीसी के अधिकारियों ने व्यापारियों के सामने परियोजना की प्रस्तुति प्रस्तुत की । इसके बाद पिछले माह के पहले सप्ताह डेटा के नेतृत्व में व्यापारियों के दल ने प्रस्तावित प्लाट का निरीक्षण भी किया।

 

बाजार में जारी हुआ सर्कुलर :

29 अगस्त को इसको लेकर भागीरथ प्लेस के दुकानदारों के लिए डेटा की ओर से सर्कुलर जारी किया गया, जिसमें इच्छुक व्यापारियों को 30 अगस्त से फार्म जमा करने को कहा गया। डेटा के अध्यक्ष अजय शर्मा ने बताया कि दो दिन में 500 से अधिक दुकानदारों ने इस प्रोजेक्ट में दिलचस्पी दिखाई है। यह प्रक्रिया 20 सितंबर तक चलेगी। फिर जमा फार्म को हरियाणा सरकार को सौंपा जाएगा। उम्मीद है कि दीपावली के बाद काम में तेजी आएगी। इसी तरह का क्रम खारी बावली में चल रहा है। हालांकि, वहां इसको लेकर फिर से विरोध तेज हो गया है। वर्ष 2015 में भी इस तरह के प्रयास के विरोध में आंतरिक विवाद की स्थिति बन गई थी।

 

इसलिए कारोवारी जाना चाहते हैं हरियाणा:

पुरानी दिल्ली थोक बाजारों के लिए प्रसिद्ध है। चांदनी चौक, खारी बावली, कूचा महाजनी, कश्मीरी गेट, चावड़ी बाजार, मोरी गेट, दरियागंज, नई सड़क व दरीबा कलां किसी न किसी उत्पाद के थोक बिक्री के केंद्र हैं। एक अनुमान के मुताबिक संकरी गलियों में बसी पुरानी दिल्ली में एक लाख कारोबारी प्रतिष्ठान हैं। इसके चलते यहां पार्किंग, जाम, सीवर, लटकते तार व पेयजल समेत कई मुश्किलें भी पैदा हुई हैं। इसके चलते दुकानदारों की नई पीढ़ी अब यहां कारोबार करने से कतरा रही है। वह अच्छे जगह की तलाश में है।

 

कुंडली क्यों

हरियाणा सरकार की ओर से कुंडली में जो स्थान दिया जा रहा है, उसे विकसित करने की योजना है। पार्किंग, सीवर, सड़क, बिजली, पेयजल, थाना, बैंक, पार्क, जिम व कैफेटेरिया भी दिए जाएंगे। इस स्थान को विकसित करने के बाद 98 एकड़ जमीन बाजार के लिए मिलेगी। इसमें 60, 100 और 150 मीटर के प्लाट फ्री होल्ड में मिलेंगे। इसके साथ ही जीएसटी में एक प्रतिशत सरकार की ओर से देने की पेशकश है। कुंडली में जो प्लाट है, वह सिंधु बार्डर व कुंडली मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे के नजदीक होने के साथ राष्ट्रीय राजमार्ग-एक पर स्थित है। इसलिए यहां तक जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हिमाचल प्रदेश व हरियाणा के साथ ही राजस्थान, उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश से पहुंचना आसान होगा।

 

Founder of Delhibreakings.com I write Hyperlocal, Automative and Important National related coverages for my Audience. Mail me your love or suggestions on lov@delhibreakings.com or lov.singh@live.com