जेवर स्थित नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को सीधे दिल्ली स्थित आइजीआइ एयरपोर्ट तक

मेट्रो के जरिये डायरेक्ट कनेक्टिविटी देने की दिशा में काम शुरू हो गया है। दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन (डीएमआरसी) की ओर से इसकी फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार की जा रही है। हालांकि डायरेक्ट कनेक्टिविटी से लेकर दो लिंक लाइन पर संभावनाओं को तलाशने का काम शुरू है। यह सभी संभावनाएं ग्रेटर नोएडा के नालेज पार्क से नई दिल्ली तक करीब 38 किमी की होंगी। इस लाइन को भविष्य में शिवाजी टर्मिनल दिल्ली जिसे एयरपोर्ट लाइन कहा जाता है उससे जोड़ने की योजना है। ऐसे में यह एक नया कारिडोर तैयार होगा जो सीधे जेवर स्थित नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा को आइजीआइ एयरपोर्ट से जोड़ेगा। यह रिपोर्ट नौ माह में डीएमआरसी को तैयार करनी है। हाल ही में यीडा और डीएमआरसी के बीच इस लाइन को लेकर करार हो चुका है।

 

 

बता दें कि जेवर स्थित नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा को आइजीआइ तक जोड़ने में सबसे बड़ी बाधा ग्रेटर नोएडा का एनसीआर प्लानिंग में नहीं जुड़ना था। चूंकि दस लाख की आबादी न होने से मास्टर प्लान 2031 में शामिल नहीं था। ऐसे में सरकार के प्रयास से पहले ग्रेटर नोएडा को मास्टर प्लान 2031 में शामिल कराया गया। उसके बाद एनसीआर प्लानिंग बोर्ड में एयरपोर्ट लाइन को पास कराया गया, जिसके बाद जेवर स्थित नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा को सीधे आइजीआइ एयरपोर्ट से जोड़ने की प्रक्रिया पर काम शुरू हुआ।

 

वहीं जेवर से परी चौक तक करीब 35 किलोमीटर लंबी

एयरपोर्ट लाइन मेट्रो बनाने के बाद यहां से आइजीआइ एयरपोर्ट को सीधे जोड़ने के लिए डायरेक्ट नई कनेक्टिविटी की तलाश चल रही है, लेकिन दो लिंक लाइन पर भी संभावनाओं को तलाशा जा रहा है कि कैसे कम से कम समय में दोनों एयरपोर्ट पर आने जाने वालों को मेट्रो की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। इसके लिए परी चौक से दिल्ली के शिवाजी स्टेडियम तक नया कारिडोर बनाने के लिए डीएमआरसी की ओर से फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार की जा रही है।

 

एनसीआर प्लानिंग बोर्ड में फिजिबिलिटी रिपोर्ट को तैयार करने की मंजूरी प्रदान कर दी गई है, लेकिन अभी यह तय नहीं हुआ है कि किस रास्ते से इसको जोड़ा जाएगा, लेकिन प्रारंभिक रिपोर्ट में दो लिंक लाइन और एक डायरेक्ट लाइन की संभावनाओं पर काम किया जा रहा है। इसमें दोनो लिंक लाइन बाटेनिक गार्डन से सेक्टर-142 तक शामिल है। यहां से ब्लू लाइन व मजेंटा लाइन के जरिये दिल्ली एयरपोर्ट तक आसानी से पहुंचा जा सकता है।

 

बाटेनिक गार्डन होगा सबसे बड़ा लिंक लाइन:

डायरेक्ट लिंक को छोड़ दिया जाए तो जेवर स्थित नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट जाने के लिए दो बेहतर विकल्प मौजूद हैं। इसके लिए ब्लू लाइन का बाटेनिक गार्डन सबसे बड़ा लिंक लाइन होगा। बाटेनिक गार्डन मेट्रो स्टेशन पर वर्तमान में दो लाइन (मजेंटा और ब्लू लाइन) है। मजेंटा लाइन जनकपुरी वेस्ट 38.235 किमी है। दूसरी ब्लू लाइन नई दिल्ली द्वारका तक है। एक लिंक लाइन नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन (एनएमआरसी) की प्रस्तावित है।

 

यह लाइन बाटेनिक गार्डन से सेक्टर-142 तक 11.504 किमी है।

इस लाइन पर 11 स्टेशन प्रस्तावित हैं। यह एक्वा लाइन सीधे ग्रेटर नोएडा के नालेज पार्क तक जाती है। नालेज पार्क से 35.64 किमी जेवर स्थित नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा तक एक्वा लाइन प्रस्तावित है। यह फास्ट मेट्रो लाइन है। इस पर 120 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से मेट्रो चलेगी।

 

 

दोनों एयरपोर्ट को आपस में जोड़ने के लिए एनसीआर प्लानिंग बोर्ड से फाइल को पास किया जा चुका है। अब फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने का काम यीडा व डीएमआरसी कर रहे है।

कुछ तो अभी भी कर रहा हूँ आप लोगो के लिये ख़ैर आप email पर लिख भेजिए मुझे [email protected] पर

Leave a comment