देश की राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद और नोएडा के लोगों के बड़ी खबर आ रही है। सबकुछ ठीक रहा तो आने वाले समय में गाजियाबाद रेलवे स्टेशन से मेट्रो के जरिये लोग पूर्वी दिल्ली अथवा नोएडा आ जा सकेंगे। इस योजना में ताजा प्रगति यह है कि दिल्ली मेट्रो को गाजियाबाद रेलवे स्टेशन से जोड़ने के लिए दिल्ली मेट्रो रेल निगम (Delhi Metro Rail Corporation) जल्द ही डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करेगा। बताया जा रहा है कि गाजियाबाद बस अड्डा से रोजाना सफर करने वाले तकरीबन 20,000 यात्री सीधे मेट्रो से गाजियाबाद रेलवे स्टेशन तक जा सकेंगे। इसके अलावा नोएडा और पूर्वी दिल्ली में रहने वाले ट्रेन यात्री भी नई दिल्ली रेलवे स्टेशन अथवा पुराली दिल्ली रेलवे स्टेशन पर न उतरकर गाजियाबाद स्टेशन पर उतर कर मेट्रो के जरिये अपने गंतव्य स्थल तक पहुंचेंगे। दिल्ली मेट्रो रेल निगम ने नया बस अड्डा से पुराना गाजियाबाद रेलवे स्टेशन तक मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा भेजे डीपीआर बनाने के प्रस्ताव को मंजूर कर लिया है।

बता दें कि पिछले दिनों महीने ही गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की ओर से डीपीआर बनाने के लिए दिल्ली मेट्रो रेल निगम से अनुरोध किया गया था। डीपीआर बनाने की एवज में DMRC को 32 लाख रुपये दिए जाएंगे। इस बाबत जीडीए अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही डीपीआर की रकम DMRC को दे दी जाएगी।

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इन राज्यों के ट्रेन यात्रियों को भी होगा फायदा

  • पश्चिमी उत्तर प्रदेश
  • पूर्वी उत्तर प्रदेश
  • झारखंड
  • पश्चिम बंगाल

रेल यात्रियों को होगा सबसे ज्यादा लाभ

बता दें कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश से बड़ी संख्या में लोग कामकाज अथवा कारोबार के सिलसिले में गाजियाबाद के साथ नोएडा और दिल्ली आते हैं। खासकर पूर्वी दिल्ली जाने में उन्हें दिक्कत होते हैं। मेट्रो से रेलवे स्टेशन तक का सफर  आसान होने से़ हजारों की संख्या में लोगों को राहत मिलेगी।

वैशाली से मोहन नगर तक रोपवे प्रोजेक्ट का रास्ता साफ

जीडीए ने वैशाली से मोहनगर तक रोपवे बनाने की योजना पर मुहर लगाई है। इस प्रोजेक्ट को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड पर पूरा करने की योजना बनाई है। पीपीपी मोड के तहत 60 फीसद खर्च का वहन निर्माण करने वाली कंपनी और 20 फीसद केंद्र सरकार व 20 फीसद जीडीए को वहन को करना होगा। अगर रोपवे प्रोजेक्ट का निर्माण करने वाली कंपनी ज्यादा लागत लगाती है तो जीडीए के हिस्से का अंशदान कम हो जाएगा। वर्तमान में जीडीए भी आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहा है ऐसे में जीडीए अधिकारी भी चाहते हैं कि प्रोजेक्ट का निर्माण करने वाली कंपनी ज्यादा से ज्यादा पैसा लगाए। रोपवे प्रोजेक्ट के फं¨डग पैटर्न का प्रस्ताव 16 दिसंबर को होने वाली जीडीए की बोर्ड बैठक में रखा जाएगा।

रोपवे प्रोजेक्ट में चार स्टेशन हैं प्रस्तावित

  • वैशाली
  • वसुंधरा
  • साहिबाबाद
  • मोहननगर

15 मिनट में होगा वैशाली से मोहन नगर तक का सफर

रोपवे प्रोजेक्ट की जो डीपीआर तैयार की गई है। उसके तहत वैशाली से मोहननगर का सफर रोपवे की ट्राली से 15 मिनट में हो सकेगा। वैशाली से मोहननगर तक आने-जाने के लिए दो ट्रैक बनाए जाएंगे। एक ट्राली में 10 लोग बैठ सकेंगे। अधिकारियों ने बताया कि प्रोजेक्ट शुरू होने के बाद दो साल के भीतर पूरा होगा। प्रोजेक्ट को बनाने वाली कंपनी मेट्रो की दर पर ही किराया वसूल सकेगी, कितने समय के लिए कंपनी किराया वसूलेगी। इसकी मियाद एमओयू में स्पष्ट रूप से खोली जाएगी।

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