पश्चिमी और बाहरी दिल्ली का ग्रामीण इलाका अब उपेक्षित नहीं रहेगा। दिल्ली सरकार ने बड़ी परियोजनाओं को लेकर यहां का रुख किया है। बापरौला में 81 एकड़ में इलेक्ट्रानिक सिटी बनने जा रही है तो घेवरा में 79 एकड़ में दिल्ली खेल विश्वविद्यालय बनाने की तैयारी है। वहीं रानी खेड़़ा में बहु प्रतीक्षित इको पार्क प्रस्तावित है तो झड़ौदा कलां में दिल्ली का पहला सैनिक स्कूल बनने जा रहा है। इस तरह की अन्य परियोजनाओं के इस क्षेत्र में पहुंचने की पूरी संभावना। कहां कौन सी योजना है डालते हैं एक नजर।

 

बापरौला में 81 एकड़ में बनेगी इलेक्ट्रानिक सिटी

दिल्ली सरकार बापरौला में इलेक्ट्रानिक सिटी बनाने जा रही है। दिल्ली स्टेट इंडस्टि्रयल एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड (डीएसआइआइडीसी) बापरौला में यह सिटी विकसित करेगा। इलेक्ट्रानिक सिटी से सीधे तौर पर 80 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बापरौला में 137 एकड़ में इलेक्ट्रानिक सिटी के लिए औद्योगिक क्षेत्र तैयार किया जाएगा।

 

137 एकड़ में से 81 एकड़ भूमि उद्योग के इस्तेमाल के लिए होगी। जबकि बाकी भूमि पर हाउ¨सग कांप्लेक्स, वेयर हाउस और कान्फ्रेंस हाल का निर्माण कराया जाएगा। यहां बहुमंजिला बि¨ल्डग का निर्माण किया जाएगा। इसका मकसद इलेक्ट्रानिक उपकरणों की डिजाइन, निर्माण और बिक्री को लेकर निवेश और नौकरियों को बढ़ावा देना है।

 

घेवरा में 79 एकड़ के भूखंड पर बनने जा रहा दिल्ली खेल विश्वविद्यालय

दिल्ली के घेवरा गांव में करीब 79 एकड़ के भूखंड की पहचान लोक निर्माण विभाग ने की है, जहां भविष्य में शीर्ष स्तर का खेल विश्वविद्यालय बनेगा। इस पर 1000 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत आने का अनुमान है। इस परिसर में प्ले कोर्ट होंगे, जिनमें तकनीकी प्रशिक्षु कमरे, विश्लेषणात्मक कक्ष, भाप कमरे और शावर सुविधाओं के साथ बहुस्तरीय और अंतरराष्ट्रीय मानकों के होंगे। ओलंपिक स्तर की नवीनतम सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए विश्वविद्यालय में सुविधाएं होंगी। कुलपति, कोच और अन्य अधिकारियों के आवास के साथ 20 मंजिला भवन में छात्रों के लिए आवासीय सुविधा होगी। 3000 छात्रों के अभ्यास के लिए सुविधाओं की योजना बनाई जा रही है।

दिल्ली खेल विश्वविद्यालय की घोषणा

वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया के बजट भाषण में पिछली बार की गई थी, अब पीडब्ल्यूडी मंत्री बनने के बाद सिसोदिया ने इस बार बजट में इसके लिए 50 करोड़ की राशि निर्धारित कर दी है। रानीखेड़ा में 147 एकड़ भूमि पर बनेगा टेक्नोलाजी पार्क मुंडका के रानीखेड़ा में टेक्नोलाजी पार्क प्रस्तावित है।

 

एसआइआइडीसी (दिल्ली राज्य औद्योगिक एवं ढांचागत विकास निगम) का कहना है कि पार्क के विकसित होने के बाद 1.5 लाख लोगों को प्रत्यक्ष और 13.5 लाख लोगों को अप्रत्यक्ष तरीके से रोजगार मिलेगा। टेक्नोलाजी पार्क बनाने के लिए संबंधित सरकारी विभागों से जरूरी एनओसी मिल चुकी है। डीएसआइआइडीसी के अनुसार नई औद्योगिक नीति के तहत रानीखेड़ा टेक्नोलाजी पार्क अपनी तरह का यह इकलौता पार्क होगा।

 

दिल्ली सरकार के निर्देश पर डीएसआइआइडीसी

रानीखेड़ा में 147 एकड़ भूमि पर करीब पांच हजार करोड़ रुपये की लागत से एक स्मार्ट एकीकृत आइटी पार्क बनेगा। इस पार्क में करीब 30 बिल्डिंग ब्लाक होंगे। इसी तरह झड़ौदा कलां में दिल्ली सरकार का पहला सैनिक स्कूल बनने जा रहा है। ये सब ऐसी परियोजनाएं हैं जिनसे बाहरी और पश्चिमी दिल्ली के ग्रामीण इलाकों की दशा बदल जाएगी।

कुछ तो अभी भी कर रहा हूँ आप लोगो के लिये ख़ैर आप email पर लिख भेजिए मुझे [email protected] पर

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