प्रदूषण को लेकर दिल्ली में ट्रकों के प्रवेश पर लगे प्रतिबंध को सात दिसंबर तक बढ़ा दिया है। हालांकि, सीएनजी और ई-ट्रकों को प्रवेश की अनुमति है। साथ ही आवश्यक सेवाओं में लगे वाहनों को भी प्रवेश की अनुमति है।

 

गोपाल राय के मुताबिक, दिल्ली के अंदर सभी गाड़ियों का प्रवेश बंद नहीं है। मालवाहक ट्रकों का प्रवेश 7 दिसंबर तक बंद रहेगा। सीएनजी-इलेक्ट्रिक ट्रक दिल्ली आ सकते हैं। करीब एक हजार इलेक्ट्रिक वाहनों का रजिस्ट्रेशन है। इलेक्ट्रिक और सीएनजी ट्रकों को प्रवेश मिलेगा। इसके अलावा रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ अभियान का दूसरा चरण 3 दिसंबर को पूरा हो रहा है। इसका तीसरा चरण 15 दिन के लिए बढ़ाया जा रहा है। ऐसे में 18 दिसंबर तक रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ अभियान का तीसरा चरण चलेगा।

 

वर्क फ्रॉम होम खत्म, बसों को इस्तेमाल करें कर्मी

गोपाल राय ने बताया कि सरकारी कर्मचारियों के वर्क फ्रॉम होम को खत्म कर दफ्तरों को खोल दिया है। ऐसे में कर्मचारी आज से दफ्तर आ रहे हैं। सरकारी कर्मचारी बहुल कालोनियों से विशेष बस सुविधा सोमवार से शुरू की है। इसमें गुलाबी बाग, मयूर विहार फेस टू, मोतिया खान, शालीमार बाग ब्लॉक ए, तिमारपुर, हरी नगर, सेक्टर 3 द्वारका, निमडी कॉलोनी, अशोक विहार,सेक्टर 11 रोहिणी, कड़कड़डूमा, मॉडल टाउन फेस वन, विकास पुरी, पश्चिम विहार और वसंत कुंज शामिल हैं। इन कॉलोनियों से बस सुबह 8 बजे चलेगी जो कि सचिवालय आएगी और शाम को 5 बजे से उनके घर छोड़ेगी। पर्यावरण मंत्री की सलाह है कि सरकारी कर्मचारी अपने वाहन की जगह बसों का इस्तेमाल करें।

 

राजधानी दिल्ली में प्रदूषण की बढ़ोतरी को देखते हुए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने गैर जरूरी वाहनों के प्रवेश को बंद कर दिया है। इससे बागपत का भट्ठा व्यवसाय पूरी तरह से ठप हो गया है और एक ही दिन में करीब 350 करोड़ रुपये का भट्ठा व्यवसाय प्रभावित हुआ है। इसके साथ ही करीब आठ से दैनिक दस हजार मजदूरों, वाहन चालकों सहित अन्य का फिलहाल रोजगार भी चला गया है और उनके लिए भी परेशानी खड़ी हो गई है।

 

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