दिल्ली और मेरठ के बीच रैपिड ट्रेन दौड़ाने की तैयारियां तेज हो गई हैं। देश की पहली रैपिड ट्रेन दुहाई डिपो में पहुंच चुकी है और अभी ट्रेन को असेंबल कर इसके कल पुर्जों की जांच की जा रही है। इसके बाद जल्द ही इसका ट्रायल रन शुरू होगा।

इस दौरान एनसीआर परिवहन निगम ने डॉयचे बान (डीबी) इंडिया के साथ ट्रेन के परिचालन और रखरखाव के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता 12 साल के लिए किया गया है।

गौरतलब है कि डॉयचे बान इंजीनियरिंग एंड कंसल्टेंसी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (डीबी इंडिया) जर्मनी की राष्ट्रीय रेलवे कंपनी डॉयचे बान एजी की सहायक कंपनी है। केंद्रीय आवासन और शहरी मामलों के मंत्रालय ने वर्ष 2017 में मेट्रो रेल नीति जारी की थी, जिसमें अन्य बातों के साथ-साथ रीजनल रेल और मेट्रो रेल परियोजनाओं में निजी क्षेत्रों की भागीदारी की आवश्यकता पर जोर दिया गया है।

इस अवसर पर निगम के प्रबंध निदेशक विनय कुमार सिंह ने कहा, रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम यानी आरआरटीएस एक कैपिटल-इंटैन्सिव प्रोजेक्ट है, जहां यात्रियों की सुरक्षा और सहूलियत से समझौता किए बिना लंबे समय तक सस्टेनेबिलिटी प्राप्त करना सबसे महत्वपूर्ण है।

निगम द्वारा अपनाई जा रही यह पहल उन्नत तकनीक और ओ एंड एम पार्टनर की विशेषज्ञता और अनुभव का उपयोग करके, यात्रियों को गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान करने के साथ-साथ उद्यमशीलता की भावना का कुशल प्रयोग करने में सक्षम होंगे।

यह पहल निस्संदेह रूप से ज्ञान, सर्वोत्तम अंतरराष्ट्रीय कार्य पद्धतियों और प्रबंधकीय सेवाओं के हस्तांतरण का मार्ग प्रशस्त करेगी जो भारत में मेट्रो और रेल ओ एंड एम के क्षेत्र में दुनिया भर में बेहतरीन हैं।

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