दिल्ली NCR में केवल इलेक्ट्रिक वाहन जल्द दिखने लगेगा.

बैटरी स्वै¨पग नीति की अगले दो-तीन महीने में घोषणा कर दी जाएगी। फिलहाल यह नीति इलेक्टिक स्कूटर, मोटरसाइकिल और आटो के लिए होगी। नीति आयोग की मदद के साथ भारी उद्योग मंत्रलय और बिजली मंत्रलय यह नीति बना रहे हैं। देश में बाउंस इन्फिनिटी इलेक्टिक स्कूटर के लिए बैटरी स्वै¨पग का काम बेंगलुरु में शुरू कर चुकी है और 10 लाख बैटरी स्वै¨पग का इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार कर रही है। देश की सबसे बड़ी दोपहिया कंपनी हीरो मोटोकार्प भी बैटरी स्वै¨पग इन्फ्रा तैयार करने के लिए ताइवान की कंपनी गोगोरो के साथ करार कर चुकी है।

EV Battery Swapping Propelled by low Penetration of Charging Stations

भारी उद्योग मंत्रलय सूत्रों के मुताबिक बैटरी स्वै¨पग नीति के तहत इलेक्टिक वाहन निर्माताओं को इंसेंटिव देने पर विचार किया जा रहा है। बैटरी को एक सेवा कारोबार का रूप देने से बैटरी चालित दोपहिया व तिपहिया वाहनों की कीमत भी कम हो जाएगी और इसका चलन बढ़ेगा। इलेक्टिक दोपहिया वाहनों की कीमत में 40-50 प्रतिशत हिस्सेदारी बैटरी की होती है। बैटरी स्वै¨पग कारोबार के विकसित होने पर इलेक्टिक स्कूटर खरीदार बिना बैटरी के स्कूटर खरीद सकेगा और बैटरी स्वै¨पग सेंटर पर जाकर मामूली कीमत देकर किराये पर बैटरी लेकर स्कूटर या अन्य इलेक्टिक वाहन चला सकेगा। अभी इलेक्टिक स्कूटर कंपनी अपने ग्राहकों को चार्जिग प्लग भी दे रही है। लेकिन देश के कई ऐसे शहर है जहां जगह की भारी कमी है और वहां सभी जगहों पर चार्जिंग स्टेशन उपलब्ध नहीं हो सकते हैं। ऐसे में, बैटरी स्वै¨पग काफी कारगर साबित होगी। हर चार-पांच किलोमीटर पर बैटरी स्वै¨पग सेंटर होने पर लोग तेजी से इलेक्टिक वाहनों को अपनाएंगे।

  • स्कूटर बैटरी स्वै¨पग पर कंपनी ले रही है 35 रुपये
  • 60-70 किलोमीटर तक चल जाती है फुल चार्ज बैटरी

 

बाउंस इन्फिनिटी के प्रवक्ता ने बताया कि कंपनी एक बैटरी की स्वै¨पग पर 35 रुपये का शुल्क लेती है। यह बैटर 60-70 किलोमीटर चलती है। ग्राहक को अपनी डिस्चार्ज बैटरी उनके प्लग में लगानी होती है और उसके सही तरीके से लगने पर ही फुल चार्ज बैटरी दी जाती है। स्वै¨पग मशीन की प्रोग्रामिंग से यह पता चल जाता है कि ग्राहक कहीं खराब बैटरी देकर चार्ज बैटरी तो नहीं ले रहा है। अगर ग्राहक की बैटरी बेकार होगी तो स्वैप मशीन उसे स्वीकार नहीं करेगी।

 

बैटरी स्वै¨पग के दौरान चार्जड बैटरी को निकालकर उसमें डिस्चार्ज बैटरी लगा दी जाती है

ऐसे होता है काम

Battery Swapping: An Alternative Fast Re-fueling Option for E-2Ws and E-3Ws  in India | WRI INDIA

किराना स्टोर, रेस्टोरेंट, पेट्रोल पंप समेत छह मीटर की जगह में कहीं भी बैटरी स्वै¨पग मशीन रखी जा सकती है

 

यह मशीन एटीएम की तरह होती है जिसमें एक साथ छह से आठ चार्ज बैटरी रखी जाती है

यह होगा फायदा: वर्तमान में इलेक्टिक वाहन बाजार, खासतौर पर दोपहिया-तिपहिया वाहन का बाजार इसलिए भी रफ्तार नहीं पकड़ पा रहा है, क्योंकि उसकी कीमत अधिक होती है और ग्राहकों को इंसेंटिव भी बहुत अधिक नहीं मिल पा रहा है। बैटरी की कीमत की चिंता नहीं रहने के बाद ग्राहकों को ज्यादा दिक्कत नहीं होगी।

 

कुछ तो अभी भी कर रहा हूँ आप लोगो के लिये ख़ैर आप email पर लिख भेजिए मुझे [email protected] पर

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