नए किसान कानून को रद्द करने की मांग पर अड़े किसान

 

पिछले 15 दिनों से गाजीपुर बॉर्डर पर बैठी किसान अपनी मांगों को लेकर किसी भी कीमत पर पीछे हटने को तैयार नहीं है। उन्होंने यह साफ जाहिर कर दिया है कि नए किसान कानून में किसी तरह के संशोधन से नहीं बल्कि उसे रद्द करने पर ही वह अपना प्रदर्शन बंद करेंगे। इसके लिए कई जगह से किसान बॉर्डर पर आने के लिए निकल चुके हैं। 

 

कानून किसानों को अपने विश्वास में लेकर ही बनाना चाहिए

 

भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता और किसान नेता राकेश टिकैत के हवाले से कहा गया है कि सरकार को किसानों की बात माननी चाहिए और किसी तरह का कानून उनको अपने विश्वास में लेकर ही बनाना चाहिए। एनएच-9 पर एक मंच बनाया गया है जहां किसान अपने विचारों को रख रहे हैं। 

 

अब तक सारी बैठकें बेनतीजा रही है

 

साथ ही यह भी कहा गया है कि उत्तर प्रदेश के हर जिले में 14 दिसंबर को धरना प्रदर्शन किया जाएगा। नए कानून को लेकर किसानों और सरकार के बीच कई बैठकें हो चुकी हैं लेकिन अब तक सारी बैठकें बेनतीजा रही है। इससे साफ जाहिर होता है कि सरकार इस मामले को लेकर गंभीर नहीं है।

 

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