दिल्ली एनसीआर समेत देश के कई हिस्सों में नकली रेमदेसीविर इंजेक्शन सर को लेट हो रहा है. देश में बिगड़े हालात और खराब वक्त का फायदा कई लोग ले रहे हैं. हाल ही में दिल्ली पुलिस के द्वारा की गई छापेमारी में देहरादून से एक कंपनी में बन रहे लगभग 5000 नकली इंजेक्शन को जप्त किया.
जानकारी में यदि पता लगा कि लगभग 2009 इंजेक्शन बेचे जा चुके हैं और इसे प्रति इंजेक्शन ₹30000 तक में बेचा गया है. अब आप समझ सकते हैं कि एक व्यक्ति जिसकी जीवन रेखा बस इस बात के इंतजार में हो कि इंजेक्शन लग जाए और प्राण बच जाएं वैसे लोग पैसे के साथ साथ जीवन भी इन नकली लोगों के चक्कर में गंवा बैठे हैं.
दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने तुरंत लोगों के साथ असली और नकली का फर्क समझाते हुए संदेश जारी किया है जिसमें मोनिका भारद्वाज जो दिल्ली की डीसीपी क्राइम हैं ने एक फोटो के माध्यम से इसे पूरे तरीके से समझाया है. एक बार इस फोटो को गौर से देखें और लिखे हुए सारे निर्देशों को ध्यान से अपने दिमाग में रखें.
Orgininal नीचे वाली हैं.
जरूरत है कि सही और गलत या कहें तो नकली इंजेक्शन के बीच में फर्क लोगों के बीच में बताना जरूरी हो गया है और अगर आप इस फर्क को समझ लिए हैं तो जरूर से इसे आगे बढ़ाएं और लोगों को जागरूक करें.