दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण शहर में आने वाले कुछ सालों के दौरान लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके लिए यूपी में सत्तासीन योगी आदित्यनाथ सरकार के निर्देश पर ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण शहर में 2 इलेक्ट्रॉनिट सिटी बनाने की योजना पर काम तेज हो गया है। इसके लिए जमीन के तलाश भी तेज कर दी गई है। इस योजना के क्रियान्वयन के साथ ही उत्तर प्रदेश के इन दोनों शहरों में दिल्ली-एनसीआर के लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा।

 

आधा दर्जन कंपनियों ने जताई इच्छा

परियोजना से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा के साथ यमुना एक्सप्रेस-वे के किनारे  कुल 3 इलेक्ट्रॉनिक सिटी बनाई जाएगी। इसके लिए उचित स्थान पर जमीन की तलाश जारी है। इस योजना के लिए देश की नामीगिरामी आधा दर्जन से अधिक बड़ी कंपनियों ने यहां पर अपने उद्योग लगाने की सहमति भी दे चुकी हैं। इनमें ओप्पो, सैमसंग, डिक्सन, हीरानंदरानी ग्रुप, इंफोसिस और टीसीएस जैसी कंपनियां शुमार हैं।

 

 

100 एकड़ में बनेगी इलेक्ट्रॉनिक सिटी

बताया जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ सरकार नोएडा-ग्रेटर नोएडा शहर में तकरीबन 100 एकड़ जमीन पर   इलेक्ट्रॉनिक सिटी बनाने जा रही है। इसके साथ ही यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक प्राधिकरण शहर के किनारे जेवर में दूसरी इलेक्ट्रॉनिक सिटी बनाई जाएगी। योगी सरकार ने इन तीनों जगहों को इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग जोन भी घोषित कर दिया है।

 

जेवर में बनेगी दूसरी इलेक्ट्रॉनिक सिटी

अधिकारियों की मानें तो नोएडा और ग्रेटर नोएडा में दो और दूसरी इलेक्ट्रॉनिक सिटी यमुना एक्सप्रेस-वे के किनारे जेवर एयरपोर्ट के पास बनना प्रस्तावित है। बता दें कि आने वाले समय में यहां पर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और फिल्म सिटी बनने के बाद यहां पर लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा।  तीनों महत्वकांक्षी परियोजनाओं पर काम तेज कर दिया गया है। इन्हें धरातल पर उतारने के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों ने जोर आजमाइश भी शुरू कर दी है।

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