दिल्ली। निर्भिया दोषियों का केस लड़कर चर्चा में आए सुप्रीम कोर्ट के नामी वकील एपी सिंह अब शबनम और सलीम के लिए भी आगे आए हैं। इसबार उन्होंने कोर्ट में चलने वाले ट्रायल को लेकर मीडिया में अपना बयान दिया है कि “कई बार ट्रायल में ऐसी खामियां होती हैं जिसका परिणाम आरोपित को भुगतना पड़ता है। इस बात को सुप्रीम कोर्ट भी मानता है। शबनम और सलीम का केस भी इसी खामी का शिकार रहा। हमारी जाँच, चार्जशीट में खामियां हो सकती हैं और सरकारें इन्हें दुरुस्त करने का काम कर रही हैं।” उन्होंने देश को शबनम और सलीम के बेटे को अपनाने की भी बात कही है।

आपको बता दें कि शबनम और सलीम इस प्रेमी जोड़े ने वर्ष 2008 में यूपी के बावनाखेड़ी में अपने ही परिवार के सात लोगों को कुल्हाड़ी से काटकर बेरहमी से हत्या कर दी थी। जिसपर यूपी के अमरोहा अदालत ने 3 अगस्त 2010 को फांसी की सजा सुनाई थी। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी 2015 को शबनम की फांसी की सजा को बरकरार रखा है। जिसपर शबनम द्वारा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की दया याचिका प्रेषित की थी। जिसको राष्ट्रपति द्वारा भी खारिज किया जा चुका है।

अब शबनम का फांसी की सजा तो तय है मगर सलीम द्वारा कानूनी दांव पेंच से फांसी की सजा में देरी आ सकती है। इसकी सबसे बड़ी वजह है एक ही मामले के दोषियों को एक साथ फांसी देने का प्राविधान। पर अगर शबनम को फांसी की सजा होती है तो वो देश की पहली महिला होगी जिसे फांसी के फंदे पर लटकाया जाएगा।

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