गौतमबुद्धनगर में शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों में कक्षा पहली से आठवीं तक के छात्रों के लिए परीक्षा देना अनिवार्य बनाया है। उन्होंने कहा बिना परीक्षा दिए नहीं करेंगे प्रमोट। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने नए परीक्षा नियम बनाये है और सभी सरकारी स्कूलों में परीक्षा देना अनिवार्य बना दिया गया है।

जिले में यह परीक्षाएं 25 और 26 मार्च को आयोजित की जाएँगी । हर कक्षा में सभी विषयों का एक ही प्रश्न पत्र होगा। उसमें भी बहुविकल्पीय और अति लघु उत्तरीय प्रश्न पूछे जाएंगे। डायट प्राचार्य और कार्यकारी बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय उपाध्याय ने बताया कि कक्षा एक व दो के छात्रों की 30 मिनट की मौखिक परीक्षा होगी। कक्षा तीन से पांचवीं तक के छात्रों को एक घंटे की परीक्षा में 50 बहुविकल्पीय प्रश्न दिए जाएंगे। छठी से आठवीं कक्षा के छात्रों से 50 अति लघु उत्तरीय प्रश्न पूछे जाएंगे। 

इनके लिए उन्हें डेढ़ घंटे का समय दिया जाएगा। जिले में प्रश्न पत्र तैयार करने के लिए एक टीम बनाई गई है। स्कूल में परीक्षा से एक घंटे पहले प्रश्न पत्र लाए जाएंगे। स्कूल में प्रश्न पत्रों के लिफाफे की सील खोलने के दौरान समय और तारीख भी दर्ज करनी होगी। 

परीक्षा को नकल विहीन बनाने के लिए एक कमेटी बनाई गई है जिसमें बेसिक शिक्षा अधिकारी के साथ ही अन्य लोग शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि परीक्षा के लिए मॉडल प्रश्न पत्रों की सॉफ्ट और हार्ड कापी 22 मार्च को ही मिल जाएगी। उसके आधार पर प्रश्न पत्र तैयार किए जाएंगे।   

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