कोरोना संक्रमण के मामले कम होते ही अब निजी अस्पताल भी टीकाकरण की तरफ ध्यान केंद्रित करने लगे है। एक मई से लागू नई नीति के तहत अब निजी अस्पताल 18 से 44 और 45 पार वर्ग के टीके के लिए सरकार पर केंद्रित नहीं है, बल्कि वे स्वयं अपने स्तर पर टीका निर्माता कंपनियों से सौदा कर रहे है। मैक्स, अपोलो और फोर्टिस अस्पतालों के बाद द्वारका सेक्टर-3 स्थित आकाश अस्पताल भी अब टीकाकरण की सुविधा शुरू करने जा रहा है। गुरुग्राम माडल के तर्ज पर आकाश अस्पताल भी द्वारका सेक्टर-14 स्थित वेगास मॉल के साथ मिलकर ड्राइव थ्रू वैक्सीनेशन शुरू कर रहा है। यानि माल के बाहर गाड़ी में बैठे-बैठे लोग अब टीकाकरण करवा सकेंगे।

 

दिल्ली में पहली बार इस माडल को लागू किया जा रहा है और उम्मीद जताई गई है कि अगर ये माडल सफल रहा तो दिल्ली के अन्य माल में भी इस तरह की सुविधा का प्रबंध किया जा सकता है। आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस माडल का शुभांरभ करेंगे।

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक आकाश अस्पताल द्वारा वेगास मॉल परिसर में चार टीका साइट लगाई गई है। जिनमें दो साइट 18 से 44 उम्र के लोगों के लिए है, जबकि दो साइट 45 पार वालों के लिए तैयार की गई है। चारों ही साइट पर कोविशिल्ड टीका लगाया जाएगा। खास बात यह है कि अस्पताल की तरफ से यहां दो तरह की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी, पहली इच्छुक लोग ड्राइव थ्रू वैक्सीनेशन के माध्यम से भी टीकाकरण करा सकते है। इसके लिए 1600 रुपये का भुगतान करना होगा। जिसमें दो रुपये पंजीकरण फीस होगी। दूसरा लोग मॉल के अंदर साइट पर जाकर भी टीकाकरण करा सकेंगे। उसके लिए उन्हें एक हजार रुपये का भुगतान करना होगा। दोनों ही माध्यम से टीकाकरण कराने के लिए लोगों को कोविन एप पर पंजीकरण कराना होगा।

फिलहाल 31 मई तक दोनों ही वर्ग के सभी स्लाट बुक हो चुके है। जानकारी के मुताबिक फिलहाल प्रत्येक साइट पर रोजाना 100 टीके लगाने का लक्ष्य रखा गया है। अप्वाइंटमेंट लेने के बाद भी यदि व्यक्ति टीकाकरण कराने के लिए आगे नहीं आता है तो सरकार की नई नीति के अनुसार वायल में बचे डोज को बिना अप्वाइंटमेंट के लोगों को साइट पर हाथोहाथ पंजीकरण कर लगा दिया जाएगा।

साेसाइटियों में भी जल्द लगेगा शिविर

ड्राइव थ्रू वैक्सीनेशन के साथ ही आकाश अस्पताल का प्रशासन द्वारका की विभिन्न सोसाइटी परिसर में भी शिविर लगाकर टीकाकरण करने की योजना बना रहा है। असल में कई सोसाइटी प्रबंधन की तरफ से अस्पताल को प्रस्ताव मिला है। ठीक इसी प्रकार द्वारका सेक्टर-6 स्थित मणिपाल अस्पताल प्रशासन ने भी सीरम इंस्टिट्यूट आफ इंडिया से कोविशिल्ड वैक्सीन खरीद ली है और फिलहाल अस्पताल व्यवसायिक कार्यालयों में टीकाकरण शिविर का आयोजन कर रहा है। हाल ही में अस्पताल ने गुरुग्राम के एक व्यवसायिक कार्यालय में टीकाकरण शिविर का आयोजन किया था। फिलहाल अस्पताल प्रशासन दिल्ली की विभिन्न साेसाइटियों के प्रबंधन से संपर्क में है, ताकि सोसाइटी परिसर में भी जल्द ही टीकाकरण की सुविधा को शुरू कर अधिक से अधिक लोगों का टीकाकरण किया जा सके। इसके अलावा कई अन्य निजी अस्पताल भी टीका खरीदने में जुटे हुए है।

सरकारी साइटें पड़ी सुनसान

निजी अस्पताल विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान को मजबूती प्रदान करने में तत्परता से जुट चुकी है, लेकिन केंद्र व दिल्ली सरकार के बीच जारी बहस के बीच सरकारी टीका साइटें एक के एक बंद हो रही है। फिलहाल दक्षिण-पश्चिमी और पश्चिमी जिले में 18 से 44 उम्र के लोगों के लिए एक भी सरकारी टीका साइट नहीं चल रही है। आलम यह है कि सक्षम लोग निजी टीका साइट का रुख कर रहे है और वहीं असक्षम लोग अभी भी सरकारी साइट पर टीके आने की बांट जोह रहे है। इस रवैये के साथ तीसरी लहर से लोग कैसे सामना कर पाएंगे?

कुछ तो अभी भी कर रहा हूँ आप लोगो के लिये ख़ैर आप email पर लिख भेजिए मुझे [email protected] पर

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