दिल्ली विकास प्राधिकरण द्वारा दिल्ली की 1731 अनौथराइज कॉलोनियों को मालिकाना हक देने के साथ ही कॉलोनियों को शीघ्र नियमित भी किया जाएगा. कॉलोनियों के निर्माण के लिए विकास मानक तैयार किए जा रहे हैं फिलहाल इस सूची में 400 कॉलोनियों को शामिल करने का लक्ष्य है मालिकाना हक मिलने के बाद कॉलोनियों को रजिस्टर करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाएगी और इनके आधार पर बैंक से लोन भी प्राप्त किए जा सकते हैं.

डीडीए अधिकारियों ने बताया करीब कई सो ऑथराइज कॉलोनिया वह है जो थोड़ी सी मेहनत के बाद मानकों के कसौटी पर खड़े उतर सकती हैं.

केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय की आज्ञा से विकास मानकों का चयन हो रहा है साथ ही कुछ रियायत भी देने की कोशिश है. कॉलोनियों में अगर सड़क 18 मीटर की है तो उसे 13 14 मीटर रखा जा सकता है साथ ही पीने लायक पानी की लाइन भी डाल दी गई है , पार्क की जगह खुली जगह छोड़ी गई है एवं बिजली की तारे और नालियों को भी पुनर्विकास में जोड़ा गया है .

अनुराग जैन ने कहा मानते हैं कि अगर दिल्ली को खूबसूरत बनाना है तो ऐसी कॉलोनियों का पुनर्निर्माण भी आवश्यक है.

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