‘इंडिया’ नहीं ‘भारत’ हो देश का नाम

कंगना रणौत ने इंस्टाग्राम पर दो स्टोरी पोस्ट की है जिसमें उन्होंने भारत और इंडिया के बीच का फर्क बताया है। भारत की परिभाषा बताते हुए कंगना ने लिखा कि, ‘ये एक संस्कृत शब्द है। भ से भाव, र से राग और त से ताल का अर्थ निकलता है। इसके साथ ही उन्होंने इंडिया को लेकर भी अपने विचार रखे। उन्होंने लिखा, ‘भारत तभी आगे बढ़ सकता है जब वो अपनी प्राचीन सभ्यता और संस्कृति में विश्वास कर उसी के रास्ते पर आगे बढ़ेगा। इसके साथ ही कंगना ने सभी से गीता, वेदों और योग से जुड़ने की अपील की।

ब्रिटिश ने इंडिया नाम रखा था

जब हम उनके गुलाम थे। ये नाम भी उसी गुलामी का प्रतीक है।हर नाम का मतलब होता है और ब्रिटिश ये बात जानते थे इसलिए उन्होंने ना सिर्फ जगह के नाम ही नहीं दिए बल्कि लोगों और ऐतिहासिक इमारतों को भी नाम दे दिया।  ऐसे में इस नाम को बदल देना चाहिए और इसे सिर्फ भारत ही रहने देना चाहिए। अब वक्त आ गया है कि हम उसी सम्मान को वापस पाएं।  जब हम अपनी सभ्यता और संस्कृति से जुड़ेंगे तभी भारत का भी विकास होगा।

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