क्या बढ़ते संक्रमण के पीछे सिर्फ सरकार है दोषी ?
भारत में एक तरफ ऐसे लोग है जो सांस नहीं ले पा रहे अस्पताल के चक्कर काट रहे है , ऑक्सीजन सिलिंडर के लिए तड़प रहे है , दूसरी और ऐसे लोग है जो की इन सबका जिम्मेदार सरकार को ठहरा रहे है। बेशक सिस्टम से गलती हुई है पर क्या इसका जिम्मेदार सिर्फ राज्य और केंद्र सरकार को मान जा सकता है ? अब बदायूं शहर को ही देख लीजिए बदायूं के शहर काजी मुहम्मद सालिमुल कादरी बदायूंनी के निधन के बाद उनके जनाने में हजारों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। शहर के मोहल्ला सोथा स्थित उनके आवास मदरसा आलिया कादरिया में उनके अकीदतमंदों का हुजूम जुटने लगा। अब ऐसे में दोषी सिर्फ राज्य सरकार तो नहीं हो सकती।
कोविद प्रोटोकॉल्स तोड़ने के लिए FIR दर्ज
बदायूं में एक धार्मिक नेता के अंतिम संस्कार के दौरान अज्ञात लोगों के खिलाफ # COVID19 प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने के लिए प्राथमिकी दर्ज की गई है। आईपीसी 188 और आईपीसी के अन्य प्रासंगिक धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई: संकल्प शर्मा, एसएसपी
An FIR has been lodged against unidentified people for violating #COVID19 protocols during the funeral procession of a religious leader in Badaun. FIR was lodged under IPC 188 and other relevant sections of IPC: Sankalp Sharma, SSP pic.twitter.com/FRAF9b46W6
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 10, 2021
सोशल मीडिया पर भीड़ का वीडियो वायरल
रविवार तड़के दरगाह आलिया कादरिया के सज्जादा नशीन काजी-ए-जिला शेख अब्दुल हमीद मोहम्मद सालिमुल कादरी के जनाजे में मुरीदों की इस कदर भीड़ उमड़ी कि सामाजिक दूरी तो अलग मास्क के नियम भी टूट गए। पुलिस और जिला प्रशासन कुछ नहीं कर सका। जब सोशल मीडिया पर भीड़ का वीडियो वायरल हुआ तो सदर कोतवाली पुलिस ने अज्ञात भीड़ के खिलाफ कोविड-19 और कर्फ्यू उल्लंघन के आरोप में एफआईआर दर्ज कर ली है