केजीपी-केएमपी से भारी वाहनों को जीरो प्वाइंट से जीटी रोड पर नहीं उतरने दिया जाएगा। प्रदर्शनकारियों की घर वापसी को देखते हुए पुलिस-प्रशासन ने तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। इसके लिए हाईवे की एक लेन को पूरी तरह से रिजर्व रखा जाएगा। हाईवे पर 500 पुलिसकर्मियों और 120 आरएएफ के जवानों को तैनात किया गया है। पानीपत की ओर से आने वाले वाहनों को जीरो प्वाइंट से पहले ही केजीपी पर चढ़ा दिया जाएगा। प्रमुख चौराहों पर बाहरी यातायात को पुलिस की निगरानी में ही पास कराया जाएगा।
प्रदर्शन स्थल पर सैकड़ों ट्रैक्टर-ट्राली खड़े हैं। टेंट और अन्य सामान को लेने के लिए पंजाब से ट्रकों का आना शुरू हो गया है। सुबह से प्रदर्शनकारियों की वापसी शुरू हो जाएगी। वापसी को प्रदर्शनकारियों ने विजय जुलूस के रूप में आयोजित करने का निर्णय लिया है। इसके नारेबाजी होने की आशंका व्यक्त की जा रही है। क्षेत्र के लोगों और प्रदर्शनकारियों में कई बार टकराव की आशंका बन चुकी है।
दिल्ली से पानीपत की ओर जाने वाली लेन पर केवल प्रदर्शनकारियों के वाहन ही चलेंगे। शनिवार को इस लेन पर सामान्य वाहनों का आवागमन रोकने का निर्णय गया है।
पानीपत की ओर से आने वाले सभी छोटे-बड़े वाहनों को जीरो प्वाइंट से केजीपी पर चढ़ा दिया जाएगा। उनको जीरो प्वाइंट से आगे नहीं बढ़ने दिया जाएगा। यह प्रतिबंध सुबह नौ बजे से शाम को चार बजे तक जारी रहेगा।
प्रदर्शनकारियों ने 11 दिसंबर को वापसी का ऐलान किया है। उनकी सकुशल वापसी के लिए जरूरत के अनुसार सुरक्षाकर्मी तैनात किए हैं। इनमें 500 पुलिसकर्मी और एक कंपनी आरएफ रहेगी। डीएसपी स्तर के अधिकारियों की देखरेख में पूरी व्यवस्था रहेगी।