पूरे दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में अब बढ़ते प्रदूषण ने इस तरह के हालात बना दिए हैं कि पूरे दिल्ली और एनसीआर में हेल्थ इमरजेंसी कभी भी लगाई जा सकती है. लगातार लोगों के स्वास्थ्य बिगड़ रहे हैं कई अन्य मामले सांस लेने से जुड़े हुए अस्पतालों में कतार बना रहे हैं तो वही आंखों में जलन और गले में खराश वाले अनगिनत मामले उजागर हो रहे हैं.
पूरे दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण का आलम यह है कि स्मोक के चादर के तले गाड़ियां रिंग रहे हैं और लोग सड़कों पर निकल रहे हैं जिसमें किसी अनहोनी का भी डर काफी ज्यादा है.
मौजूदा हालात को देखते हुए कभी भी दिल्ली में स्कूल को लेकर फिर से बंद करने का आदेश जारी किया जा सकता है और जब तक स्थितियां नहीं सुधरती है तब तक बच्चों को घर पर ही रहकर पढ़ने की इजाजत दी जाएगी.
मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार आज दिल्ली के प्रदूषण की स्थिति और बदतर होगी और इसमें राहत मिलने की आशंका ना के बराबर है अगर ऐसा होता है तो इस स्कूल के ऊपर प्रतिबंध लगाया जा सकता है ताकि बच्चों को सुरक्षित रखा जा सके.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आदेश अनुसार 30% गाड़ियों के संचालन में कमी करना होगा. केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड ने कहा है कि सरकार अपने सरकारी कर्मचारियों को कार पुलिंग के तरफ मुड़े और इसके साथ ही अन्य गाड़ियों के लिए मार्गदर्शन तुरंत तैयार करें.c v