Delhi female bus drivers: दिल्ली परिवहन निगम की महिला बस ड्राइवर किसी सेलिब्रिटी से कम नही हैं। लोग उस समय चौंक जाते हैं, जब उतरते समय देखते हैं कि जिस बस में सफर कर रहे थे उसे महिला चला रही है। खासकर महिलाएं उनके साथ सेल्फी भी लेती हैं।

गौरतलब है कि महिला चालकों को सड़कों पर उतरे लगभग एक महीना हो गया है। दिल्ली में 11 महिलाएं बस चला रही हैं। उनका कहना है कि लोग उन्हें देखकर खुश होते हैं, जब सवारियां उनके साथ सेल्फी हैं तो उन्हें बहुत अच्छा लगता है। दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की महिला बस चालकों में कोमल भी शामिल हैं। उन्हें पिछले महीने नियुक्ति पत्र मिला था।

महिला ड्राइवर को देखकर चौंक जाते हैं यात्री

उन्होंने कहा कि उनके साथ एक सेलिब्रिटी की तरह व्यवहार होता है। जब लोग बस में चढ़ते हैं, तो उन्हें पता नहीं चलता कि जो बस चल रही है वह एक महिला है। उतरते समय सवारियां मेरे पास आती हैं और कहती हैं कि ओह, हमें नहीं पता था कि एक महिला इस बस को चला रही थी। वे मेरे साथ सेल्फी लेते हैं और वीडियो भी बनाते हैं।

अलग था प्रशिक्षण का अनुभव

कोमल ने कहा कि बस चलाने का आन-रोड अनुभव प्रशिक्षण अवधि के दौरान उनके अनुभव से बिल्कुल अलग है। उन्होंने कहा कि जब हमें प्रशिक्षित किया जा रहा था, हमें बस स्टाप पर रुकने या यात्रियों को ले जाने वाली सड़कों पर जाने की जरूरत नहीं थी।

साइकिल चलाने के बाद सीधे चलाई बस

12वीं कक्षा की छात्रा 40 वर्षीय संतोष कुमारी ने बताया कि बचपन में साइकिल चलाने के अलावा उसने कभी वाहन नहीं चलाया। अब मैं एक बस चला रही हूं। लोग मेरे ड्राइविंग कौशल की सराहना करते हैं। मैंने यह सब उस दिन से देखा है, जब मैंने दिल्ली की सड़कों पर गाड़ी चलानी शुरू की थी। मैं करनाल बाईपास बस मार्ग पर गाड़ी चला रही हूं।

कुछ सड़कों पर वाहन चलाना है मुश्किल

संतोष कुमारी ने कहा कि प्रशिक्षण अवधि के दौरान उन्हें लंबी अवधि के लिए गाड़ी चलाने की जरूरत नहीं थी, लेकिन अब जब वे लंबे समय तक सड़क पर हैं, तो कुछ मार्गों पर सार्वजनिक सुविधाएं मिलना मुश्किल हो जाता है।

शर्मिला तो साइकिल चलाना तक नहीं जानती थीं

दिल्ली परिवहन विभाग के ट्विटर हैंडल ने हाल ही में एक अन्य बस चालक शर्मिला की कहानी साझा की थी। इसमें कहा गया कि शर्मिला को कुछ साल पहले तक साइकिल चलाना भी नहीं जानती थीं, लेकिन आज दिल्ली सरकार से ट्रेनिंग लेने के बाद वह डीटीसी की बसें चला रही हैं। शर्मिला कहना है कि मेरी बेटी को मेरे बिना रहना मुश्किल लगता है, लेकिन मेरी सास ने कहा है कि वह उसकी देखभाल करेगी।

कुछ तो अभी भी कर रहा हूँ आप लोगो के लिये ख़ैर आप email पर लिख भेजिए मुझे [email protected] पर

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